लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण से ठीक पहले मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा द्वारा इस्तीफे की घोषणा को भाजपा और मोदी-शाह की हार बताया है। पार्टी ने कहा कि मोदी-शाह की साम-दाम-दंड-भेद की नीति नहीं चली, इसलिए खुद को सबसे ऊपर मानने वाले इन दोनों की हार और लोकतंत्र की जीत हुई है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि कर्नाटक में अंतत: भाजपा को लोकतंत्र को हाईजैक करने से रोका जा सका। यह दरअसल राज्यों में सरकार बनाने में केंद्र की राजग सरकार द्वारा अपनाए जा रहे दोहरे मानदंडों को नकारा गया है। साथ ही, कर्नाटक के राज्यपाल से कराए गए मनमाना फैसले के खिलाफ हुए देशव्यापी प्रतिवाद की जीत भी है।