8 राज्यों में मॉब लिंचिंग के खिलाफ शांति और सद्भाव की यात्रा निकालने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर ने कि कहा कि नफ़रत के खिलाफ मोहब्बत का यह सफ़र आगे भी जारी रहेगा।
हर्ष मंदर ने कहा कि वह इंडिया हेट क्राइम सिटीज़न के साथ गठबंधन कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की जंग जारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान कई बातें सामने आईं, जैसे सैकड़ों हेट क्राइम की घटनाओं में से कुछ ही स्थानीय अखबारों में आती हैं और फिर इनमें से बहुत कम संख्या में मामले राष्ट्रीय मीडिया में दिखाई पड़ते हैं।
यात्रा के दौरान हमें यह भी पता चला कि अक्सर पुलिस हेट क्राइम के मामलों को सड़क दुर्घटना, गाय संरक्षण कानूनों का उल्लंघन या आत्मरक्षा में पुलिस की गोलीबारी के रूप में दर्ज करती है। इसी वजह से खासतौर से मुस्लिम परिवार इन मामलों की शिकायत नहीं करते क्योंकि उन्हें डर है कि पुलिस हमलावरों और आतंकी भीड़ के बजाए उनके ही खिलाफ मामला दर्ज करेगी।
हर्ष मंदर ने मेनस्ट्रीम मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के से मीडिया ने हेट क्राइम की गंभीरता पर पर्दा डालने का काम किया है।
बता दें कि कारवां-ए-मोहब्बत हर्ष मंदर के नेतृत्व में 4 सितंबर को असम के नागांव से शुरु हुआ था और 7 राज्यों के दौरे के बाद 2 अक्टूबर को गुजरात के पोरबंदर में खत्म हुआ था।