लखनऊ: कासगंज साम्प्रदायिक हिंसा के बाद बरेली के जिला मजिस्ट्रेट ने फेसबुक पर जो पर्सनल पोस्ट किये थे उन्हें इसका खमियाजा भुगतना पड़ सकता है। उनके पोस्ट के बाद प्रसाशनिक और राजनितिक गलियारों में जो तूफ़ान उठा था उसकी जाचं करने वाले बरेली के कमिश्नर ने अपनी जाँच रिपोर्ट सरकार को सोंप दी है, जिसमें डीएम रघुवेंद्र विक्रम सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
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राज्य के चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार और मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एसपी गोयल से सलाह व मशवरा के बाद योगी आदित्यनाथ इसपर आखिरी फैसला लेंगे।माना जा रहा है कि जल्द ही यह फैसला लिया जाएगा। उधर योगी ने कासगंज मामले में अबतक की कार्रवाइयों का जायजा लिया है जो वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए किया है। उन्होंने अधिकारीयों को हिदायत दी है कि जाँच पड़ताल के नाम पर किसी भी बेकुसूर को परेशान न किया जाए, लेकिन एक भी कुसूरवार बचना नहीं चाहिए।
इसके अलावा कासगंज दंगे की जांच कर रही एसआईटी का ढीलापन अब सवालों को घेरे में आने लगी है। एसआईटी ने मामले में अभी तक बरामद कोई भी सबूत फोरेंसिक जाँच के लिए लेबोरेटरी नहीं भेजा है। माहरीन मृत चन्दन गुप्ता की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट मिल जाने और पुलिस के अहम सबूत हाथ लगने के दावे के बावजूद उन्हें फोरेंसिक लेब भेजने में देरी की वजह समझ नहीं पा रहे हैं।