लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच गणतंत्र दिवस को हुई हिंसा के बाद से ही इलाके में तनाव बरकरार है। हालांकि, मंगलवार को कासगंज में स्थिति थोड़ी ठीक हुई और यहां कई दिनों से बाधित इंटरनेट सेवा को भी बहाल किया गया। इसके साथ ही सुरक्षाबलों ने इलाके में फ्लैग मार्च भी किया।
बता दें, इससे पहले सूर्य प्रताप शाही ने कासगंज की घटना को ‘छोटी घटना’ बताया था। उन्होंने कहा था, ‘ये गलत है और किसी मामले को अनावश्यक तूल देना भी सही नहीं है।
एक छोटी घटना हुई जिसमें दो लोगों के साथ हादसा हुआ है। सरकार उसके बारे में गंभीर है और कार्यवाही कर रही है। कश्मीर से तुलना करके प्रदेश का माहौल खराब न किया जाए।’
बता दें, कासगंज में रह रहकर हिंसा को भड़काने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार की रात को मालगोदाम रोड पर एक दुकान में आग लगा दी गई। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। वहीं, उपद्रवी पुलिस के साथ लुका-छिपी का खेल भी खेल रहे हैं। पुलिस ने अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा रविवार रात जारी बयान के मुताबिक कासगंज हिंसा मामले में अब तक कुल 112 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 31 अभियुक्त हैं, जबकि 81 अन्य को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। हिंसा के मामले में अब तक 5 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें से 3 कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर पंजीकृत हुए हैं।