कासगंज दंगा: शाही इमाम के मिलने के बाद अल्पसंख्यक आयोग ने कहा- बेगुनाहों के साथ नाइंसाफी नहीं होगा

नई दिल्ली: कासगंज साम्प्रदायिक दंगा के बाद जारी बेगुनाहों की गिरफ़्तारी के मामले में शाही इमाम सय्यद अहमद बुखारी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन सय्यद गय्युरुल हसन रिज़वी से उनके कार्यालय में मुलाक़ात की और मांग किया कि दंगा के असल आरोपियों को बिलकुल छोड़ा न जाए, लेकिन बेगुनाहों की गिरफ्तारी स्वीकार्य नहीं।

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जिस पर चेयरमैन ने शाही इमाम को यकीन दिलाया है कि बेगुनाहों के साथ इंसाफ का मामला होगा और किसी के साथ ज्यादती नहीं होने दी जाएगी। यूपी सरकार से 5 दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आते ही मुनासिब कदम उठाया जायेगा।

यहाँ सीजीओ काम्प्लेक्स में स्थित आयोग के कार्यालय में शाही इमाम आयोग के चेयरमैन से मुलाक़ात करने पहुंचे जहाँ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। शाही इमाम ने मिस्टर रिज़वी से मुलाक़ात करते हुए कहा कि कासगंज में जो कुछ हुआ वह सब मीडिया और सोशल मीडिया के सामने आ गया है और तस्वीर पूरी तरह से साफ़ है, सिलिये अब बेगुनाहों को गिरफ्तार न किया जाए।

उन्होंने कहा कि पहली चीज़ यह है कि जश्ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दंगा होने क्यों दिया गया? और दूसरी बात यह है कि दंगा के बाद जब पुलिस की तैनाती की गई तो उनकी मौजूदगी में घरों और दुकानों में आग क्यों लगाई गई? उन्होंने कहा कि उसके बाद मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की गई जो मुनासिब नहीं था।