रैली निकालने से रोकने के लिए यासीन मलिक हिरासत में, मीरवाइज नजरबंद

श्रीनगर। अलगाववादी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता मोहम्मद यासीन मलिक को उसके आवास से हिरासत में लिया गया, वहीं हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूख को नजरबंद किया गया।

श्रीनगर में सीआरपीएफ की जीप के नीचे कुचले जाने के चलते हुई मौत के एक दिन बाद निकाले जा रहे शव यात्रा मार्च के दौरान शनिवार को सैकड़ों की तादाद में जुटे लोगों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों को शॉटगन पैलेट्स और आंसू गैस गोले का इस्तेमाल करना पड़ा।

शुक्रवार को एक युवक की सीआरपीएफ के वाहन से कुचलने से मौत हो गई थी और इस घटना के विरोध में रैली निकालने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया गया।

मलिक को उसके आवास से हिरासत में लेकर कोठी बाग पुलिस थाने ले जाया गया वहीं मीरवाइज को उसके आवास में नजरबंद किया गया है। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी नजर बंद चल रहे हैं। तीनों नेताओं ने युवक कैसर भट (21) की मौत के विरोध में शनिवार को घाटी में बंद का आह्वान किया था।

श्रीनगर के नौहट्टा में जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद झड़पें हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के एक वाहन पर हमला किया था और इस दौरान भट तथा एक अन्य युवक वाहन से टकरा गए थे। दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां भट की मौत हो गई थी।