कश्मीर की इंशा मुश्ताक लोन, पैलेट गन ने छीन ली एक तेज गेंदबाज की आंखें

श्रीनगर। एक तेज़ गेंदबाज़ और कश्मीर की रहने वाली 15 साल की इंशा मुश्ताक लोन अपनी आँखें खो चुकी हैं। उसकी आँखें रुई से ढकी हैं और बाकी चेहरा पैलेट के निशानों से दागी है।

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इंशा, कश्मीर में पैलेट के कारण होने वाले नुकसान की एक भयानक मिसाल हैं। वैसे तो इंशा जैसे सैकड़ों लोग हैं जो पैलेट से घायल हो गए थे। लेकिन, इंशा की तकलीफ के के सामने सबके ज़ख्म हल्के लगते हैं। इंशा की एक्सरे ज़ाहिर करता है कि उसकी आंख, नाक, जबड़े, गले और खोपड़ी में पैलेट्स धंसी हैं।

न्यूज़ 18 के अनुसार इंशा की छह सर्जरी की गई लेकिन उसकी आँखें न बच सकी। इस वजह से इंशा अब अपना पसंदीदा खेल क्रिकेट नहीं खेल सकती है।

इंशा ने क्रिकेट के प्रति अपनी चाहत पर न्यूज़ 18 से बातचीत की। वह एक बेहतरीन गेंदबाज़ होने का दावा करते हुए मुस्कुराती हैं, लेकिन अचानक चुप हो जाती हैं। इंशा ने कहा, ‘मैं अब नहीं खेल सकती, आप जानते हैं। लेकिन, फिर भी इंशा क्रिकेट कमेंट्री सुनकर अपने पसंदीदा खेल से जुड़े रहती हैं। वह कहती हैं कि उस समय बहुत मायूस हुई थी जब चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के साथ मैच में भारत के विकेट गिर गए थे।

इंशा बताती हैं कि जब वह घायल हुई तो वह दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में अपने गांव सैदा में थी। इंशा के घर से थोड़ी दूरी पर ही बुरहान का जन्म हुआ था और थोड़े दूरी पर उसे सेना ने मारा था। घटना 11 जुलाई 2016 का है। तब इस क्षेत्र में विरोध और हिंसा भड़क उठा था।

इंशा ने बताया, कि ‘मेरी माँ, चाची और मेरी कजिन भी साथ ही थीं। मैं पढ़ रही थी और आपस में ऐसे ही बात कर रही थी। मैं बाहर शोर कम होने का इंतजार कर रही थी। काफी बाद खिड़की खोली। ‘इंशा ने पूछा पुलिस ने उस पर निशाना क्यों लगाया। इतने सब के बावजूद भी इंशा के अंदर एक उम्मीद है। उसके परिवार का कहना है कि वह इंशा की आंखों के लिए अपना घर भी बेच देगा। इंशा अब अकेले बाहर नहीं निकल सकती।