केरल के कथित लव जिहाद मामले की जांच कर रही सीबीआई ने कहा कि हादिया उर्फ अखिला ने अपनी मर्ज़ी से इस्लाम धर्म अपनाया है, उसे मजबूर नहीं किया गया।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एर्नाकुलम अपराध शाखा एसपी संतोष कुमार की अगुवाई वाले जांच दल ने अपराध शाखा डीजीपी हेमचंद्रन को रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हादिया ने जबरन धर्मांतरण से इंकार किया है और इस संबंध में एक बयान दिया।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि किसी भी आतंकवादी या चरमपंथी संगठन ने हादिया को धर्मांतरण के लिए प्रभावित किया।
शनिवार को केरल सरकार ने एनआईए जांच के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा पेश किया। हलफनामा में राज्य सरकार ने केरल पुलिस द्वारा की गई मामले की प्रभावी रूप से जांच पर संतोष व्यक्त किया।
हादिया की निजी जिंदगी राष्ट्रीय बहस का मुद्दा उस वक्त बन गई जब 25 मई को मामला केरल हाईकोर्ट में आया और कोर्ट ने उसकी शादी को अवैध करार देते हुए हादिया को उसके माता-पिता की कस्टडी में दे दिया। बता दें कि हादिया ने पिछले साल 24 दिसम्बर को शफीन जहां से शादी की थी।
हादिया के पिता ने केरल हाईकोर्ट में कहा था कि उसकी बेटी को लव जिहाद का शिकार बनाया गया है। पिता की शिकायत पर कोर्ट ने शादी को अवैध करार दे दिया था।
जिसके बाद हादिया के पति शफीन जहां ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा था कि केरल हाईकोर्ट का फैसला महिलाओं की आज़ादी का अपमान है।