पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी यमन में सऊदी अरब के केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का खुलासा करने वाले थे!

ब्रितानी अख़बार द संडे एक्सप्रेस के अनुसार, सऊदी अरब की नीतियों का विरोध करने वाले पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी यमन में सऊदी अरब द्वारा प्रतिबंधित केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का पर्दाफ़ाश करने वाले थे।

इस अख़बार ने रिपोर्ट में कहा है कि ख़ाशुक़जी के एक निकटवर्ती दोस्त ने नाम प्रकट न किए जाने की शर्त पर शनिवार की रात कहा कि उन्हें क़त्ल हुए दोस्त ख़ाशुक़जी से दस्तावेज़ी सुबूत मिलने वाले थे जिससे उन दावों की पुष्टि होती कि सऊदी अरब ने यमन पर थोपी गयी जंग के दौरान अपने क्रूर हमलों में केमिकल हथियार इस्तेमाल किए थे।

ख़ाशुक़जी के दोस्त ने कहाः “मैं उनकी (ख़ाशुक़जी) मौत से एक हफ़्ते पहले उनसे मिला था। वह ख़ुश नहीं बल्कि चिंतित थे।” पश्चिम एशिया मामलों के माहिर इस व्यक्ति ने ब्रितानी अख़बार को बताया कि उन्होंने ख़ाशुक़जी से उनकी चिंता का कारण पूछा था, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया बल्कि यह कहा कि उन्हें इस बात के सुबूत मिल रहे थे कि सऊदी अरब ने केमिकल हथियार इस्तेमाल किए थे।

ख़ाशुक़जी के दोस्त ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें दस्तावेज़ी सुबूत मिल जाएंगे, लेकिन जो कुछ कह सकता हूं वह यह कि अगली जो बात सुनी वह यह कि वह लापता हो गए थे।

साभार- ‘parstoday.com’