हरियाणा की खट्टर सरकार ने बुधवार को रोहतक के निजी स्कूलों को जबरन बंद करवाकर उनकी बसों को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की स्वागत रैली में लगा दिया।
इतना ही नहीं खट्टर सरकार ने अमित शाह की स्वागत के स्वागत के चक्कर में उन नियमों को भी ताख पर रख दिया जिसके मुताबिक़ राजनैतिक रैलियों में स्कूल बसों के उपयोग की पूरी तरह मनाही है।
खट्टर सरकार की इस करतूत से न न सिर्फ़ मोटर वाहन अधिनियम 1988 के वैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन हुआ बल्कि शहर के आम लोगों को बसों की वजह से जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ा।
इस मामले में रोहतक के रोजार्स स्कूल के निदेशक रवि गुगनानी ने कहा कि प्रशासन ने अमित शाह के रैली के लिए हमारे बसों की मांग की थी। इसकी वजह से हमें और तमाम स्कूलों को छुट्टी घोषित करनी पड़ा।
हालाँकि रोहतक के उपायुक्त अतुल कुमार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहा कि हमारे विभाग ने किसी भी स्कूल से बसों की मांग नहीं की थी।