कोरेगांव दलित हिंसा: हिन्दूवादी नेता मिलिंद एकबोटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

महाराष्ट्र के पुणे में नये वर्ष के मौके पर भीमा-कोरेगांव में भड़की हिंसा के चलते अब एक और हिन्दुवादी नेता मिलिंद एकबोटे के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।

कोर्ट ने मिलिंद एकबोटे पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 1 जनवरी को पुणे के समीप के गांव के लोगों को हिंसा के लिए भड़काया था। जिसके बाद भीमा-कोरेगांव में हिंसा भड़क उठी थी। एकबोटे की उम्र 60 साल है।

इसके पहले भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में हिंदुवादी नेता शंभाजी भिड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। शंभाजी भिड़े 85 साल के हैं।

महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है कि शंभाजी भिड़े के खिलाफ हमारे पास पुख्ता सबूत हैं। जिसके बाद एकबोटे के खिलाफ हमें वारंट जारी करने में सफलता मिली।

एक अधिकारी ने बताया है कि एकबोटे अभी फरार है। बता दें कि भीमा-कोरेगांव में भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके अलावा कई लोग हिंसा में घायल हो गये थे।

गौरतलब है कि पिंपरी पुलिस स्टेशन में एक दलित एक्टिविस्ट ने शंभाजी और एकबोटे के खिलाफ FIR दर्ज करायी थी। इसके बाद ही इस मामले को पुणे ग्रामीण पुलिस के पास भेजा गया था।

बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी की सदस्य अनीता रविन्द्र साल्वे ने इस मामले में शिकायत दर्ज करायी थी। उन्होंने दावा किया था कि भिड़े और एकबोटे को उन्होंने हिंसा स्थल पर देखा था। इसके पहले दलित नेता जिग्नेश मेवाणी पर भी इसी मामले के चलते भड़काऊ बयानबाजी करने का आरोप लगा था।