15 साल के वनवास के बाद उत्तरप्रदेश में बीजेपी सत्ता में आई है। भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रियों और कार्यकर्ताओं को तमाम हिदायतें दे रहे हों लेकिन उसका कोई असर होता दिख नहीं रहा है। तभी तो बीजेपी कार्यकर्ता बेलगाम हो रहे हैं।
बीजेपी नेताओं की हरक़त अधिकारियों के लिए मुसीबत बन रही है तो इससे अछूती महिला अधिकारी भी नहीं है। ताजा मामला बुंदेलखंड के महोबा जिले का है, जहां की एक महिला बीडीओ ने भाजपा नेता पर बदसलूकी करने और बेडरूम में घुसने का आरोप लगाया है।
जैतपुर की बीडीओ महिमा विद्यार्थी का आरोप है कि इलाके के रसूखदार बीजेपी नेता असमेंद्र द्विवेदी जो बीजेपी के सेक्टर प्रभारी हैं उन्होंने उनके सरकारी आवास पर आकर बत्तमीज़ी की है। महिमा ने इसकी शिकायत जब ग्रामीण विकास राज्य मंत्री महेन्द्र सिंह से की तो मंत्री का जवाब भी बेहद शर्मनाक था। शिकायत पर मंत्री ने कहा कि एक्साइटमेंट में ऐसा हो जाता है। मंत्री का यह बयान न केवल हैरान करने वाला है बल्कि गैर जिम्मेदाराना भी है। इसके पहले बीडीओ महिमा विद्यार्थी ने पुलिस से भी इस मामले की शिकायत की लेकिन पुलिस ने रसूखदार बीजेपी नेता के आगे हथियार डाल दिए और कोई कार्रवाई नहीं की।
महिला अधिकारी का आरोप है कि जब वो सरकारी दफ्तर में कामकाज निपटा कर अपने सरकारी आवास पर पहुंची तो पीछे-पीछे असमेन्द्र द्विवेदी भी पहुंच गया और जबरन कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बेडरूम में घुस गया। जब अधिकारी ने इसका विरोध किया तो कार्यकर्ताओं ने उनसे बदसलूकी की।
महिला अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया है कि द्विवेदी जबरन काम कराने के नाम पर उनसे बदसलूकी करते हैं। महिला अधिकारी ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद जब अधिकारी को मंत्री के आने की खबर मिली तो वो उनसे शिकायत करने पहुंच गईं मगर यहां भी उनकी शिकायत अनसुनी रह गई।
जब मीडिया के लोगों ने मंत्री से पूछा तो उन्होंने यह कहते हुए मामले को टाल दिया कि भाजपा के कार्यकर्ता अमर्यादित काम नहीं करते हैं। कभी-कभार एक्साइटमेंट में ऐसा हो जाता है।