1000 करोड़ के घोटाले में शामिल सुशील मोदी,अब नीतीश ज़ीरो टॉलरेंस दिखाते हुए मोदी को करें बर्ख़ास्त-लालू यादव

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को हटाने की मांग की । लालू यादव ने आरोप लगाया कि सुशील मोदी 1000 करोड़ के घोटाले में सीधे तौर पर शामिल थे। लालू यादव ने मोदी के खिलाफ मामला दर्ज कराए जाने की भी मांग की।

लालू प्रसाद यादव ने कहा कि “2005-06 में बिहार में 1000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था । 90वें दशक में उजागर हुए चारा घोटाले से भी बड़े इस घोटाले में अकेले सुशील मोदी ही शामिल नहीं हैं बल्कि बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चौबे, मनोज तिवारी और शाहनवाज हुसैन जैसे भाजपा नेता भी शामिल रहे हैं।

लालू यादव ने एक दिन पहले ही 300 करोड़ के एक और घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी और इसमें सुशील मोदी के शामिल होने का आरोप लगाया था। शनिवार को लालू ने नीतीश को आड़े हाथों कहाकि , “नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं इसलिए उन्हें सुशील मोदी को तुरंत अपने मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए और FIR दर्ज कराकर गिरफ्तार करवा देना चाहिए।”

लालू प्रसाद यादव ने चेतावनी दी कि अगर नीतीश कुमार ने सुशील मोदी को नहीं हटाया तो राष्ट्रीय जनता दल बिहार विधानसभा में मानसून सत्र का संचालन नहीं होने देगी।

एक दिन पहले लालू ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर 300 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था। लालू ने दावा किया, “जब नीतीश और सुशील मोदी को अहसास हुआ कि उनका साझा घोटाला सामने आ सकता है तो उन्होंने महागठबंधन तोड़ दिया ताकि एनडीए में शामिल होकर सरकार बना लें और जांच से बच सकें।” लालू ने दावा किया कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड ने गैर-कानूनी तरीके से सरकारी खजाने को चूना लगाया है और इसे संरक्षक नीतीश कुमार और सुशील मोदी हैं।

नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार के प्रति “जीरो-टॉलरेंस” के बयान पर तंज़ कसते हुए लालू यादव ने कहा, “नीतीश कुमार पहले तुम अपना लालच छोड़ो फिर मुझे लालच छोड़ने की सीख देना । तुम्हारा चेहरा जनता में एक्सपोज हो चुका है।” लालू ने कहा कि भागलपुर घोटाला चारा घोटाले से बड़ा है जिसमें उन्हें फंसाया गया है।