आंदोलन से नीतीश और सुशील मोदी को इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर कर देंगे: लालू प्रसाद यादव

पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि सृजन घोटाले की तर्ज पर ही उनके ऊपर ट्रेजरी से निकासी को लेकर मामला चल रहा है। वर्ष 2013 से ही सृजन घोटाले की जानकारी नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी को थी। दोनों ने घोटाले को बंद नहीं किया।

जब से एनडीए की सरकार बनी तब से खजाने को मिलजुल कर लुटवाया। ये दोनों सरकार में किस मुंह से मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री बने हुए हैं। इनको सीबीआइ सहित अन्य प्रकार से घोटाले की जानकारी हो गयी थी।

यह बचने वाले नहीं है। यहीं कारण है कि दो घंटे में पाला बदलकर भाजपा में चले गये। लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की इस्तीफा देने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि चारो ओर यह नारा गूंज रहा है।

बिहार का लिट्टी चोखा, नीतीश कुमार ने दिया धोखा। 27 अगस्त की रैली के बाद वह इडी के पास और सीबीआइ के पास जायेंगे और सुप्रीम कोर्ट से मांग करेंगे कि उनकी निगरानी में सृजन घोटाले की जांच हो।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद अपने सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड पर रविवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पलटू राम (नीतीश कुमार) और सलटू राम (सुशील कुमार मोदी) ढोंगी हैं।

एड़ी उठा-उठा कर कह रहे हैं कि घोटाले को उन्होंने ही उजागर किया। सवाल है कि 15 जुलाई, 2013 को ही चार्टर एकाउंटेंट संजीत कुमार ने सृजन महिला बैंक चलाने की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दी थी।

इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इसके बाद नौ सितंबर, 2013 को आरबीआइ ने राज्य सरकार को सृजन के वित्तीय अनियमितता की जांच कराने को कहा था।