बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में छात्राओं पर लाठीचार्ज करने वाली यूपी पुलिस ने वही बर्बर चेहरा सोमवार को लखनऊ में दिखाया । राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे ग्राम रोज़गार सेवकों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया ।
लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान पर पिछले 14 दिनों से ग्राम रोजगार सेवक अपनी मांगों को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे थे। सोमवार को प्रदर्शनकारी विधानसभा का घेराव करने निकले। तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। लाठीचार्ज में एक दर्जन से ज्यादा लोगो को चोट आई। प्रदर्शनकारियों की मांग है, ”उन्हें नियमित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।”
12 सितंबर से प्रदेश भर के ग्राम रोजगार सेवक लक्ष्मण मेला मैदान में अपने हक की लड़ाई का बिगुल बजा चुके हैं। इसी के तहत क्रमिक अनशन भी शुरू हो गया है। इससे पहले सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए बीजेपी सांसद कौशल किशोर के आवास का घेराव किया गया था, लेकिन कोई बात नहीं बन सकी।
सोशल मीडिया में पुलिस की बर्बता की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारी के चेहरे को बूट से कुचल रहा है । ग्राम रोजगार सेवक समिति के पदाधिकारी का कहना है कि प्रशासन लाठीचार्ज करके हमारे साहस को नहीं डिगा सकता हैं । बीएचयू में लाठीचार्ज के बाद हालात और बिगड़ गए थे अब पुलिस ने लखनऊ में भी आंदोलन को डंडे के दम पर ख़त्म करने की कोशिश की है ।