नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जस्टिस चेलमेश्वर द्वारा चीफ जस्टिस को लिखे गए पत्र में उठाए गए मुद्दे पर वकीलों की ओर से गंभीर चिंता जताई गयी है। उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) दीपक मिश्रा को 6 पन्नों का पत्र लिख न्यायपालिका में सरकार के कथित दखल पर नाराजगी जताई थी। पत्र की कॉपी सुप्रीम कोर्ट के सभी 22 जजों को भेजी गई है।
देश के वकील जस्टिस चेलमेश्वर के पत्र से हुए इस खुलासे से चिंतित हैं जिसमें उन्होंने केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय के एक मामले में जिला एवं सत्र न्यायधीश कृष्णा भट के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की जांच पर सवाल उठाए जबकि दो बार भट का नाम एलेवेशन के लिए कोलोजियम ने सुझाया था।
जस्टिस चेलमेश्वर ने लिखा कि पिछले कुछ समय से अच्छा अनुभव नहीं रहा। सरकार हमारी अनुशंसाओं को मंजूर करे, ऐसा काफी कम हुआ। हमारी अनुशंसाओं को दबाकर बैठ जाना नियम बन गया है। काबिल न्यायाधीशों की उपेक्षा की जाती है।