लेबनान: हिजाब का अपमान करने पर छात्राओं का प्रोफेसर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

बेरूत: मुस्लिम महिलाओं के हिजाब और नकाब पर पश्चिमी दुनिया में नकारात्मक व्यवहार और चर्चा कोई नई बात नहीं। लेकिन हाल में लेबनान जैसे बहुराष्ट्रीय देश में एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने हिजाब के अपमान पर आधारित ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिससे उसकी जातिवाद सामने आई है।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

हाल ही में बेरूत में स्थापित अमेरिकन विश्वविद्यालय की एक 18 वर्षीय छात्रा मरयम दुजानी ने सामाजिक विज्ञान के लेक्चर के दौरान उनसे एक वाक्य को दोहराने का अनुरोध किया। जिस पर प्रोफेसर समीर खलफ़ बहुत बिगड़े। चूंकि मरयम एक हिजाब करने वाली छात्रा हैं, इसलिए प्रोफेसर के गुस्से का एक प्रमुख कारण उनके हिजाब को जिम्मेदार ठहराया जाता है।

जब मरियम दुजानी ने शिक्षक से अपना एक वाक्य दोहराने की बात कही तो प्रोफेसर समीर खलफ़ तैश में आकर कड़े शब्दों के साथ उनकी आलोचना की, साथ ही हिजाब पर भी बहस छेड़ दी।

प्रोफेसर ने मरियम को संबोधित करते हुए कहा कि यह जो तुम अपने सिर और कानों में बेवकूफों जैसे ढांप रखा है। इसे उतारो ताकि तुम्हारी कान तक अच्छी तरह आवाज़ पहुँच सके। भरे क्लास में एक छात्रा की इस तरह अपमान किया तो मरयम को बर्दाश्त नहीं हुआ, उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी शिकायत की। प्रशासन ने यह कहा कि यह प्रोफेसर साहिब की व्यक्तिगत राय है, इसका मतलब यह नहीं कि सभी हिजाबी महिलाओं की उन्होंने आलोचना की है।

मरयम का कहना है कि प्रोफेसर समीर ने उसकी ज़ात को नहीं बल्कि पुरे इस्लामी हिजाब के तरीके को निशाना बनाया, इससे सभी हिजाब करने वाली महिलाएं आहत हुई हैं।

बैरुत में स्तिथ अमेरिकन यूनिवर्सिटी के छात्र और छात्राओं ने बड़ी संख्या में प्रोफेसर के के खिलाफ विरोध विरोध प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन में हिजाब न करने वाली छात्राएं भी शामिल थीं।