सऊदी अरब में महिला ड्राइव पर शरिया के साथ समझौता नहीं : इस्लामिक स्कॉलर

सऊदी अरब की सरकारी मीडिया एजेंसी ने एक शाही फरमान का हवाला देते हुए कहा है कि अब देश में महिलायें भी ड्राइविंग कर सकेंगी. मीडिया के मु्ताबिक इस फैसले में ट्रैफिक नियमों के कई प्रावधानों को लागू किया जाएगा, जिसमें महिलाओं और पुरुषों के लिए एक जैसे ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना शामिल है.

सऊदी अरब में महिलाओं को कार चलाने से रोकने वाला कोई कानून नहीं है, लेकिन धार्मिक मान्यताएं इनका समर्थन नहीं करतीं। सऊदी अरब के धार्मिक प्रतिनिधियों के मुताबिक ड्राइविंग करने वाली महिलाएं सामाजिक मूल्यों का उल्लंघन करती हैं. वही यह सब सऊदी अरब में बदलाव के संकेत है जिनके बारे में धार्मिक स्कॉलरों का कहना है कि वर्तमान प्रशासन पश्चिमी देशों को संतुष्ट करने के लिए देश के भीतर बदलाव कर रहा है. देश में किए जा रहे बदलाव से कट्टरपंथी वहाबी धड़ा बहुत अधिक नाराज़ है.

वही ख़बरों की माने तो दूसरी ओर सऊदी अरब की सरकार अपनी क्षेत्रीय नीतियों के कारण बहुत बुरी तरह फंस गई है और देश के भीतर आर्थिक संकट जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. सऊदी अरब ने सीरिया, इराक़, बहरैन, यमन और लीबिया में युद्ध की आग भड़काने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया लेकिन उसे किसी भी मोर्चे पर सफलता नहीं मिली और इस बीच वह लगातार आर्थिक संकट में उलझता चला गया. इस समय आर्थिक समस्याओं के कारण आम लोगों में आक्रोश पनप रहा है. अतः सरकार कुछ लोक लुभावन क़दम उठाकर असंतुष्ट लोगों को बहलाने की कोशिश कर रही है.