‘महंगी शादियों से जिंदगियां बर्बाद हो जाती हैं’

नई दिल्ली: सीरत उन नबी कमीटी के बैनर तले एवाने ग़ालिब में एक सेमिनार का आयोजन हुआ। जिसमें सोशिव रिफार्म सोसाइटी के अध्यक्ष डॉक्टर अलीम खान फलकी ने कहा कि निकाह एक अहम सुन्नत है मगर इसका खिलवाड़ बना दिया गया है, जिसका नुकसान पूरी उम्मत पर गरीबी और बर्बादी के रूप में सामने आया हिया और सैंकड़ों घर बर्बाद हो गये हैं।

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डॉक्टर फलकी ने कहा कि शादी खाना आबादी जिसका तरीका इस्लाम में मौजूद है और इस बात पर जोर दिया गया है कि पूरी सादगी से निकाह का अमल अंजाम दिया जाये, जिसे आज नाम व शोहरत के प्रदर्शन की निशानी बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम इसे ऐसे समझें कि एक परिवार जब बेटी की शादी में लाखों रूपए खर्च करता है तो उसे या तो अपनी सारी बचत खत्म करना पड़ता है या जायदाद बेचन पड़ता है और या कर्ज़ लेना पड़ता है।

और इन सबका असर नस्ल दर नस्ल तक दिखता है। अब सवाल यह है कि आखिर हम एसी रस्मों में इतना खर्च क्यों कर रहे हैं जिसका मकसद सिवाए बर्बादी के और कुछ भी नहीं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे नबी की बेशुमार सुन्न्तें हैं, लेकिन कुछ सुन्नत एसी है जिस पर बहुत जोर दिया गया है, उनमें निकाह सबसे अहम सुन्नत है।