बेंगलूरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के राजराजेश्वरीनगर में शुक्रवार की रात लोन नहीं जमा करने पर रिकवरी एजेंटों ने एक ट्रैवल एजेंसी की बस को अगवा कर लिया। दरअसल एक निजी कंपनी ने लामा ट्रैवल्स को लोन दिया था। रिकवरी एजेंटों ने इस दौरान ट्रैवल एजेंसी की बस में यात्रा कर रहे 42 यात्रियों को करीब 3 घंटे तक एक पार्किंग स्थल पर बंधक बनाकर रखा। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सात रिकवरी एजेंटों में से चार को हिरासत में लिया है, जबकि तीन फरार चल रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि ये एजेंट फुल्लर्टन इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड के थे और उन्होंने लामा ट्रैवल्स को लोन दिया था। उन्होंने लोन का पैसा वापस लेने के लिए यह साजिश रची थी। डीसीपी वेस्ट रवि डी चन्ननवर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 10 बजे लामा ट्रैवल्स की बस कलसिपाल्या से केरल के कन्नूर के लिए रवाना हुई।
बस चलने के कुछ मिनट बाद ही दो बाइक सवार लोगों ने खुद को पुलिस बताकर उन्हें रोक लिया। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर से कहा कि वह बस से उतरे, क्योंकि वे तलाशी लेना चाहते हैं। एक एजेंट बस चलाने लगा और ड्राइवर को पीछे बैठना पड़ा। 10 महिलाओं समेत सभी यात्रियों समेत बस को एक निजी पार्किंग स्थल तक ले जाया गया। यहां पांच अन्य लोगों ने बस को घेर लिया और उसे लॉक कर दिया।
अगले तीन घंटे तक यात्री बंधक बने रहे। इसके बाद पुलिस आई और उन्होंने सात में चार एजेंटों को हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि ट्रैवल्स कंपनी के मालिक की पहचान रफीक के रूप में की गई है और उसे बयान देने के लिए बुलाया गया है। रवि ने बताया कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, वे सीधे तौर पर बंधक बनाने में शामिल नहीं थे। इस मामले में दो मुख्य आरोपी समेत तीन लोग अभी फरार चल रहे हैं।