भगवान राम ही तय करेंगे मंदिर निर्माण की तारीख: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है. उन्होंने राम मंदिर कब बनेगा के सवाल पर कहा कि व्यक्ति को आशावादी बनना चाहिए. ये प्रभु राम का कार्य है. इसलिए मंदिर बनाए जाने की तारीख भी भगवान राम ही तय करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि जो होना वो होकर रहेगा. उसे कभी कोई टाल नहीं सकता. सीएम योगी ने यये बयान आज एबीपी न्यूज चैनल पर एक कार्यक्रम के दौरान दिया है.

नाराज संतों को संबोधित करने पहुंचे थे अयोध्या
बता दें कि राम मंदिर को लेकर कुछ समय पहले अयोध्या गए सीएम योगी ने कहा था कि संतों को थोड़ा सा धैर्य रखना चाहिए. वह नाराज संतों से बात करने पहुंचे थे. 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेतृत्व ने राम मंदिर बनवाए जाने का वादा किया था. मामला सुप्रीम कोर्ट में है. बीजेपी का कहना है कि राम मंदिर पार्टी के एजेंडे में नहीं है, बल्कि ये तो आस्था का मामला है. इसे लेकर कोई राजनीति नहीं है. मंदिर का निर्माण होकर रहेगा. बीजेपी के रुख को लेकर कई हिंदूवादी संगठन और नाराज संत कह चुके हैं कि 2019 चुनाव से पहले अगर मंदिर का निर्माण शुरू नहीं होता है तो वह बीजेपी को सपोर्ट नहीं करेंगे.

 

19 अगस्त को डिप्टी सीएम ने दिया था ये बयान
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 19 अगस्त, 2018 को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कानून का सहारा ले सकती है.’ डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा, ‘जब ऐसी जरूरत आन पड़ेगी और बिल लाने के अलावा कोई और चारा नहीं होगा, ऐसे में मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसी स्थिती में और जब हमारे पास दोनों सदनों (लोकसभा, राज्यसभा) में पर्याप्त संख्या होगी, हमें इन दोनों बातों का ध्यान रखना पड़ेगा.’ मौर्य ने कहा था, ‘इस समय संसद में हमारे पास पर्याप्त संख्या नहीं है. अगर हम इस बारे में लोकसभा में बिल लाते हैं तो भी राज्यसभा में हमारी संख्या कम है, ऐसे में राज्यसभा में यह बिल निश्चित तौर पर हार जाएगा.’