दिल्ली में मोब लिंचिंग का शिकार हुए ‘अजीम’ के लिए छात्रों ने निकाला इंसाफ मार्च

छात्रों ने मुशायरे में शामिल होने यूनिवर्सिटी आए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का भी विरोध किया और वापिस जाने के लिए कहा. बता दें कि जामिया के छात्र अजीम की हत्या के मामले में मालवीय नगर में तथ्य जुटाने गए थे, तब आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती और माइनॉरिटी विंग के लोगों ने छात्रों के साथ कथित तौर पर बदतमीजी की. छात्रों के हिसाब से अजीम का केस दबाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.


आरोपी चारों नाबालिग!

छात्रों के मुताबिक इस मामले में चारों नाबालिग बच्चों को भड़काया गया था, जिसके बाद यह घटना पेश आई. छात्र नाबालिगों को भड़काने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.

क्या है मामला?
गुरुवार को मदरसे में पढ़ने वाले 8 साल के बच्चे मोहम्मद अजीम की हत्या कर दी गई थी. इस घटना में दो नजरिए सामने आ रहे हैं. एक नजर में अजीम की हत्या बच्चों के बीच खेल-खेल में हुई मारपीट के चलते दिख रही है. दूसरी ओर बच्चों को भड़काए जाने का भी पहलू सामने आ रहा है. इस मामले में जिन पर हत्या का आरोप है वे चारों बच्चे नाबालिग हैं.

घटना के बाद से इलाके में तनाव
यह घटना दक्षिणी दिल्ली के बेगमपुर गांव की है जहां शाहजी मस्जिद के पास यह घटना पेश आई. दरअसल, दो संप्रदायों के बच्चे मस्जिद के बाहर एक विवादित प्लॉट में बच्चे खेल रहे थे जहां यह घटना हुई. मस्जिद का दावा है कि प्लॉट उसकी जमीन है, जबकि आस-पास की कॉलोनी के लोगों का मानना है कि वह एक पब्लिक प्रॉपर्टी है . मस्जिद के इमाम ने इसे एक सांप्रदायिक घटना करार दिया है. इस घटना के  बाद से इलाके में तनाव है.

इस मामले में डीसीपी (साउथ) ने बताया कि आरोपित नाबालिगों को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें जुवेनाइल होम भेज दिया गया है. मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, सबूत, चश्मदीद के बयान भी ले लिए हैं.