मौजूदा समय में धुंधले पड़ते इंसानियत के रिश्तो को अमेरिका के न्यूजर्सी में रहने वाली क्रिस्टीन माइल्स ने फिर से गाढ़ा किया है. और भूलती दुनिया को बताया है कि मोहब्बत और लगाव ही इंसान होने का पहला तकाज़ा है. जिसका फैलाओ होना चाहिए. बढ़ता रहनी चाहिए. अपनों के लिए भी. गैर-अपनों के लिए भी.
जीने के कुछ इसी फलसफे को ज़िन्दगी में उतरने वाली क्रिस्टीन माइल्स इन दिनों सुर्खियों में हैं। दरअसल, माइल्स ने कुछ ही महीने की एक बच्ची को अपना लिवर का एक हिस्सा डोनेट किया है. उनके इस कदम की खूब सराहना हो रही है.
माइल्स ने जिस बच्ची को लिवर डोनेट किया उसका नाम तालिआ है. तालिआ का लिवर पूरी तरह खराब हो गया था और उसे ट्रांस्प्लांट कराना बेहद जरूरी था. बड़ी बात यह कि क्रिस्टीन माइल को तीन बच्चों की देखभाल के लिए नौकरी पर रखा गया था.
लेकिन जब क्रिस्टीन को तालिआ की बीमारी के बारे में पता चला तो उन्होंने अपना लीवर डोनेट करना का फैलसा लिया. बाद इसके उन्होंने अपना चेक-अप कराया. रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
हालाँकि तालिआ के घर वालों ने क्रिस्टीन को इस फैसले के बारे में सोचने को कई बार कहा क्योंकि इससे उनकी जिंदगी पर असर पड़ने वाला था.लेकिन क्रिस्टीन पहले ही फैसला कर चुकीं थीं.
इसके लिए चौहद घंटों तक ऑपरेशन चला. क्रिस्टीन के लिवर का हिस्सा तालिआ में सफलतापूर्वक ट्रांस्पलांट कर दिया गया. ऑपरेशन के बाद क्रिस्टीन 9 दिन में ही बिल्कुल ठीक हो गईं.अब वह लोगों के बीच जाकर लोगों को दूसरे लोगों की मदद करने के लिए जागरुक कर रही हैं.
ऑपरेशन के बाद क्रिस्टीन ने सोशल मीडिया फेसबुक पर एक पोस्ट इसकी जानकारी दी है. और उनके इस कदम की तारीफ़ करने वालों को शुक्रिया बोला.