मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार के गिरने-गिराने की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़ी बात कह दी और एक बार फिर कांग्रेस में अंतर्कलह की ओर इशारा कर दिया।
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने विधायकों के बगावती तेवर की आशंका पर बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है। रविवार को कमलनाथ ने विधायकों की बैठक बुलाई है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह ने शनिवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भाजपा की संस्कृति खरीद-फरोख्त और जोड़-तोड़ की नहीं रही है और न ही इन तरीकों से सरकार गिराने में भाजपा विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए कांग्रेस सरकार चलाए, हमारी रुचि सरकार गिराने में नहीं है। कांग्रेस के अंतर्विरोध और उन्हें समर्थन करने वालों की वजह से सरकार गिर जाए तो अलग बात है और फिर इसमें भाजपा क्या कर सकती है। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने के बाद से ही भाजपा नेता दावा कर रहे हैं कि कुछ कांग्रेसी विधायक उनके संपर्क में हैं।