जातीय हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद: ठाणे में धारा-144 लागू, सड़कों पर पसरा सन्नाटा

पुणे के कोरेगांव भीमा इलाके में भड़की जातीय हिंसा के विरोध में बुधवार को महारास्र्ट बंद  का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। ठाणे रेलवे स्टेशन में आंदोलनकारियों ने ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र बंद से भागती-दौड़ती मुंबई की रफ्तार भी थम गई है। यहां के प्रसिद्ध डब्बावाला असोसिएशन ने अपनी सेवा रद्द कर दी है। वही दलित समुदायों ने आज यानी बुधवार को राज्य में बंद का ऐलान किया है। ठाणे के कई स्‍कूल बंद हैं।

प्रबंधन का कहना है कि वह छात्रों की सुरक्षा के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसके अलावा जरूरी काम से यात्रा करने वालों को भी दिक्‍कतें आ रही हैं। औरंगाबाद में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। कर्नाटक से महाराष्‍ट्र के बीच अंतर-राज्‍य बस परिवहन अस्‍थायी रूप से रोक दिया गया है। पुणे के बारामती और सतारा की तरफ चलने वाली बसें अगले आदेश तक रोक दी गई हैं।

डिविजनल सिक्‍योरिटी कमिश्‍नर डी विकास ने कहा, ”पुणे डिविजन की सभी ट्रेन सेवाएं सामान्‍य रूप से चल रही हैं। हालात बनाए रखने के लिए सुरक्षा लगाई गई है।” राज्य में जगह-जगह पुलिस को तैनात किया गया है।

ठाणे में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को रोकने का प्रयास किया, जिसके बाद आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों द्वारा उन्हें वहां से हटा दिया गया। फिलहाल ठाणे में 4 जनवरी तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।