नांदेड़ में निर्मित महाराष्ट्र का पहला उर्दू घर की हालत जर्जर

नांदेड़: महाराष्ट्र का पहला उर्दू घर का नांदेड़ में निर्माण तो हो चुका है। लेकिन इसका उद्घाटन नहीं होने से उर्दु घर का भवन को गैर कानूनी ढंग से अवैध धंधों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उर्दू घर की जर्जर स्थिति को लेकर उर्दू को चाहने वालों में काफी ग़म व गुस्सा है, और वे इस पुरे मामले की जांच की मांग कर रही है।

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जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से उर्दू भवन जुवारियों का अड्डा बन गया है। जो उद्घाटन से पहले ही जर्जर स्थिति में पहुँच गया है। यहाँ शराब पीना, जुआ और नजाने कौन कौन सी गलत काम की जाती है। जिससे उर्दू भवन पूरी तरह असुरक्षित हो गई है। भवन के सभी दरवाजे तोड़ दिए गये हैं, जगह जगह पत्ते बिखरे पड़े हैं जो इस बात की गवाही दे रही है कि किस तरह जुआरियों ने बे फ़िक्र होकर यहाँ महफ़िल जमा रहे हैं। वहीँ शराब की बोतल चीख चीख कर शराब अड्डा होने का इशारा कर रही है।

बता दें कि इस उर्दू घर के निर्माण के लिए उर्दू के चाहने वालों ने काफी लम्बी आन्दोलन चलाई थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने इस भवन का निर्माण के लिए साढ़े आठ करोड़ रूपये की स्वीकृति दी थी। जिसके बाद उर्दू भवन का निर्माण किया गया लेकिन यह भवन उद्घाटन से पहले ही बंद होने के कगार पर है।