पुणे: नमाज पढ़ने के बाद सिर से रूमाल हटाना भूल गए तो नौकरी से निकाला

पुणे में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर ने कंपनी पर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाया, जिसके चलते उससे इस्तीफा ले लिया गया। पीड़ित शख्स का नाम अमन खान (37) है। वह कनाडा की एक मल्टीनैशनल कंपनी एक्सफो के मगरपट्टा स्थित ऑफिस में पिछले तीन साल से काम कर रहे थे। विडंबना यह है कि इसी साल उनका प्रमोशन भी हुआ था।

अमन ने जब अपने सीनियर मैनेजर के खिलाफ मुद्दे को उजागर किया तो कंपनी ने उनकी शिकायत पर संज्ञान लेने के बजाय 12 जून को उन्हें ऑफिस से टर्मिनेट कर दिया। कोई विकल्प न होने पर अमन ने श्रम विभाग के डेप्युटी कमिश्नर के साथ मिलकर कंपनी के खिलाफ धार्मिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया और शिकायत दर्ज कराई।

अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि वह एक्सफो में टेक लीडर के रूप में काम करते थे। 6 अप्रैल को शुक्रवार के दिन वह जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद गए थे। जब वह लौटकर आए तो सिर से रूमाल हटाना भूल गए और उसी दशा में काम करने लगे। इसके बाद उनके सीनियर मैनेजर किशोर ने अमन को बुलाया और सिर पर रूमाल की तरफ इशारा करने लगे।

अमन ने कहा, ‘मैंने इस चर्चा में अरुचि दिखाई लेकिन उन्होंने लगातार धार्मिक मुद्दे पर बोलना जारी रखा और मेरे पहनावे और धार्मिक रीति-रिवाज पर टिप्पणी करने लगे।’ अपने सीनियर मैनेजर की बातों से आहत होकर अमन कंपनी के एचआर के पास शिकायत लेकर गए लेकिन उन्हें वहां से भी मदद नहीं मिली। बदले में एक्सफो का पूरा पुणे मैनेजमेंट ही मुद्दे में शामिल हो गया।

अमन ने बताया, ‘मैनेजमेंट ने मेरे साथ कई मीटिंग भी की ताकि मैं अपनी शिकायत वापस लेने के लिए मान जाऊं लेकिन जब उन्हें कोई सफलता नहीं मिली तो उन्होंने मुझे 12 जून को कंपनी से निकालना ही उचित समझा।’ इस दौरान उन्होंने कनाडा स्थित कंपनी के हेड ऑफिस में भी बात करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।

इस मुद्दे पर एक्सफो की ओर से कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘एक्सफो अपने सभी कर्मचारियों के बीच समानता का भाव रखता है, उन्हें उनके धार्मिक विश्वास और मूल्यों का पालन करने की आजादी देता है। हम अपने कर्मचारियों का सम्मान करते हैं और हमें गर्व है कि हमारे पास विविध कार्यबल है।

हम किसी तरह का भेदभाव सहन नहीं करते।’ वहीं मामले को देख रहे अपर श्रम आयुक्त निखिल वाल्के ने बताया, ‘हमें केस की जानकारी मिली है और हम इसकी जांच कर रहे हैं। कंपनी को 29 जून को मीटिंग के लिए बुलाया है।’
(साभार : नवभारत टाइम्स)