महबूबा मुफ़्ती ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, सभी फैसलों में भाजपा साथ रही है

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को उनके ऊपर लगे जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ भेदभाव के आरोपों को खारिज कर दिया पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख ने कहा कि राज्य में पीडीपी-भाजपा शासन के दौरान जो कुछ भी हुआ, दोनों पार्टियों के गठबंधन के एजेंडे के तहत हुआ।

मुफ्ती ने भी पलटवार करते हुए कहा कि सभी फैसले में भाजपा साथ रही है। जम्मू और लद्दाख के साथ भेदभाव का आरोप सही नहीं है। कांग्रेस और नेकां ने भी शाह पर हमले करते हुए लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने जम्मू में अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘हमारे पूर्व गठबंधन सहयोगी द्वारा हमारे खिलाफ कई झूठे आरोप लगाए गए। भाजपा के मंत्री तीन साल तक क्या करते रहे, जबकि वह जम्मू का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

उन्हें भाजपा के मंत्रियों के परफार्मेंस की समीक्षा करनी चाहिए। अगर भेदभाव हो रहा था तो केंद्र या राज्य स्तर के नेताओं ने तीन साल तक यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया।

महबूबा ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 की यथास्थिति बनाए रखना, पाकिस्तान व हुर्रियत के साथ संवाद एजेंडे के हिस्से थे। संवाद को प्रोत्साहन, पत्थरबाजों के खिलाफ मामले वापस लेना और एकतरफा संघर्षविराम जमीन पर विश्वास बहाली के लिए अत्यंत जरूरी कदम थे।

इसे भाजपा ने मान्यता और समर्थन दिया था।’ उन्होंने कहा, ‘जम्मू एवं लद्दाख के साथ भेदभाव के आरोपों का वास्तव में कोई आधार नहीं है। हमने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से बनाए गए एजेंडा ऑफ अलायंस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कभी भी टूटने नहीं दिया।

यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसके बाद भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए हम पर ऐसे आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि रसाना कांड को सीबीआई को न सौंपने, कठुआ रेप मामले के समर्थक मंत्रियों को हटाने और गुज्जर बक्करवालों को अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान न हटाने का आदेश मुख्यमंत्री के नाते उनकी जिम्मेदारी थी।

कठुआ केस में दंडित होने के बाद भी उनके विधायक शुजात बुखारी हत्या मामले में पत्रकारों को धमकी दे रहे हैं तो आखिर भाजपा उनके साथ क्या करने जा रही है।