मालेगांव में गौरक्षकों का आतंक, घरों एवं दुकानों पर पत्थरों से किया हमला 4 लोग घायल

मालेगांव: मंगलवार को मुस्लिम बहुल इलाके मालेगांव कपड़ा शहर में भाजपा के समर्थकों द्वारा गौरक्षा के नाम पर मुस्लिम युवाओं को निशाना बनाया गया। दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी संगठनों ने बुधवार को सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए शहर में कर्फ्यू लगाने का प्रयास किया और हिन्दू इलाकों से गुज़रे कई मुसलमानों को पीटने के साथ ही मुस्लिम घरों एवं दुकानों में पत्थरों से हमला भी किया।

तैनात पुलिस बाल द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने का काम किया गया लेकिन कुछ स्थानों पर आन्दोलनकर्ताओं को पुलिस नहीं रोक पाई। वहीं गौरक्षकों की गैर कानूनी कार्यवाही के खिलाफ क़ुरैश समुदाय ने अपना विरोध दर्ज़ कराते हुए पुरे दिन अपनी मांस की दुकानें बंद रखी।

जिसके परिणाम में पुरे दिन मांस की बिक्री नहीं हो पाई। प्रदर्शन के दौरान जहा चार मुसलमान घायल हुए । इन चारों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया साथ ही गाँव के कुछ संवेदनशील इलाकों में शान्ति बनाये रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया।

गौरक्षा समिति, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार की सुबह मालेगांव के कलेक्टर के कार्यालय के बाहर एक जुलूस निकाला और गौ रक्षकों पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस से कार्यवाही की मांग की।

भाजपा, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, शिव सेना और हिन्दू महासभा के नेताओं द्वारा प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित किया गया। प्रदर्शन के लिए पुलिस से कोई अनुमति नहीं ली गयी थी। अधिकारीयों की ज्ञापन देने के बाद प्रदर्शनकारी मुस्लिम इलाके की और बढ़ रहे थे जिसको पुलिस द्वारा रोका गया।

आपको बता दें की 14 फ़रवरी मंगलवार को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा मनमाड से मालेगांव जाने वाला ट्रक गौ परिवहन के सन्देह में पकड़ा गया। ट्रक में मौजूद मोहम्मद फ़ारूक़ शेख और रहीम को कार्यकर्ताओ द्वारा बाहर निकाल कर बुरी तरह पीटा गया।

फ़ारूक़ ने विश्व हिन्दू परिषद के मछिन्दर शेडके और अन्य तीन लोगो के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज़ की। शिकायत का सज्ञान लेने के बाद पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज़ कर ली गयीं। वहीं दूसरी तरफ शेडके ने दूसरे पुलिस स्टेशन में फ़ारूक़ के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की।

वहीं उसी दिन फ़ारूक़ और रहीम को पीटने के बाद उन कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे का ट्रैफिक भी ब्लाक किया और मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाये। जिसके कारण कुछ मुस्लिम युवाओ और उन कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। वहीं आज लोकल पत्रकार ने बताया की अब मालेगांव की स्तिथी पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।