जन्मदिन विशेष- नवाब मंसूर अली खान पटौदी एक ऐसा नाम जो सबसे अलग रखा जायेगा !

टीम इंडिया में कई दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन की बदौलत विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनायी। टीम इंडिया के कप्तानों की बात करें तो इस लिस्ट में कई नाम आयेंगे। लेकिन एक नाम ऐसा है जो सबसे अलग रखा जायेगा और वो है नवाब मंसूर अली खान पटौदी। मंसूर अली महज 21 साल की उम्र में टीम इंडिया के कप्तान बने और उन्होंने टीम को जीतना सिखाया।

 

मंसूर अली ने टीम इंडिया के लिए पहला टेस्ट मैच दिसम्बर 1961 में खेला। यह मैच इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली में खेला गया था। इस मैच में मंसूल अली महज 13 रन बनाकर आउट हो गये थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने कई मैचों में दमदार प्रदर्शन किया। पटौदी ने अपने करियर में कुल 46 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 2793 रन बनाये और इस दौरान उन्होंने 6 शतक जड़े।

मंसूर अली खान का 1961 में ब्रिटेन में एक कार एक्सिडेंट हुआ। उनकी आंख में कांच का एक टुकड़ा लग गया। इस हादसे में उनकी एक आंख की रोशनी चली गई। सभी को लगा कि उनका क्रिकेट करियर अब खत्म।

लेकिन उन्हें किसी भी कीमत पर क्रिकेट खेलना था और वह खेले भी। 1962 में उन्होंने वेस्ट इंडीज टूर के दौरान उन्हें टीम का उपकप्तान चुन लिया गया। 1975 में टाइगर ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उनका निजी जीवन भी काफी सुर्खियों में रहा। 1993 से लेकर 1996 तक वह टीम के रेफरी भी रहे। 2011 में लंग इन्फेक्शन के कारण उनका निधन हो गया।

साभार- हिंदुस्तान डेली