पटना: आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की आंदोलन पर तीन तलाक के विवादित बिल और शरियत में दखलंदाजी के खिलाफ राजधानी में रविवार को हजारों मुस्लिम महिलाओं ने सड़कों पर उतर कर खामोश प्रदर्शन किया।
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हाथों में प्ले कार्ड पर लिखित मैसेज के जरिए महिलाओं ने तीन तलाक बिल को पूरी तरह रद्द करते हुए उसे वापस लेने की मांग किया। इसके अलावा इस तलाक विरोधी बिल की समर्थन में राष्ट्रपति के बयान पर उनसे माफ़ी की अपील की। विभिन्न मुस्लिम संगठनों के सरपरस्ती में यह जुलुस साइंस कॉलेज से निकल कर अशोक पथ होते हुए सब्जी बाग मोड़ तक पहुंचा।
इस एतिहासिक मौन विरोध मार्च में लाखों की संख्या में बुर्क़ा पहनी और हिजाब पहने मुस्लिम महिलाओं ने जिनमें बुज़ुर्ग महिलाएं भी शामिल थी, और स्कूल कॉलेज की छात्राएं शामिल होकर इस तलाक विरोधी बिल के खिलाफ बोढ़ प्रदर्शन किया। इस बिल को पूरी तरह रद्द करने की मांग किया।
उन्होंने इस बिल से संबंधित राष्ट्रपति के बयान पर उनसे माफ़ी मांगने की मांग भी की। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की महिला विंग बिहार की कन्वेनर महजबी नाज़ ने इंकलाब से बात करते हुए कहा कि शरियत में दखलंदाजी किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं और यह जान से हमें ज़्यादा प्यारा है।