मोदी सरकार से शहीद के पिता का सवाल, आख़िर कब तक देश अपने नौजवान बेटों को खोता रहेगा…

वैसे तो देश के शहीद होना सेना के हर जवान और उसके घर वालों के लिए गर्व की बात होटी है लेकिन अब आतंकी हमलों में मारे गए जवानों की मौत पर सवाल उठने लगे हैं।

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए आतंकी हमले और सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए सेना के जवानों के परिवार वाले सरकार से सवाल कर रहे हैं।

कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए कैप्टेन आयुष यादव समेत तीन सैन्यकर्मी शहीद हुए वहीँ, दूसरी तरफ सुकमा में हुए नक्सली हमले में भी सीपीआरएफ के 26 जवान शहीद हो गए।

शहीद कैप्टेन आयुष यादव के पिता सरकार से सवाल किया है कि हमने तो देश के लिए अपना बेटा खो दिया है, लेकिन देश आखिर कब तक अपने बेटों को इस तरह खोता रहेगा?

शहीद जवान के पिता ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि आयुष उनका इकलौता बेटा था और उनके बुढ़ापे का सहारा था। आयुष देश के लिए लड़ते हुए शहीद हो गया है। अब हम क्या करेंगे, किसके सहारे जियेंगे।

इससे पहले सुकमा में शहीद हुए जवानों की मौत पर भी लोगों ने यही सवाल उठाया था कि आखिर कब तक देश अपने बहादुर जवानों को यूं ही खोता रहेगा।