जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी के भाई मसूद मदनी पर महिला की कोख भरने का झांसा देकर दुष्कर्म करने के आरोप को पुलिस ने फर्जी पाया है।
पुलिस के मुताबिक, बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला का नाम और पता गलत पाया गया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला हनी ट्रैप जैसा लगता है।
सहारनपुर रेंज के डीआईजी जितेंद्र कुमार शाही ने बताया कि पुलिस ने अब तक जो जांच-पड़ताल की है उसमें महिला का नाम और पता गलत पाया गया है। उन्होंने कहा कि मसूद मदनी पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला ने मजिस्ट्रेट और पुलिस के समक्ष अपने बयान में जो नाम और पता बताया था वह गलत निकला।
जितेंद्र कुमार शाही का कहना है कि अब तक महिला ने रेप की जो कहानी पुलिस को बताई थी वो पूरी तरह से फर्जी लग रही है।
बता दें कि हरियाणा के जींद जिले की एक 25 साल की महिला ने देवबंद कोतवाली में बीते 17 मार्च को मसूद मदनी पर कोख भरने का झांसा देकर बलात्कार करने की शिकायत की थी।
इसके बाद पुलिस ने मसूद मदनी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। मदनी पर धारा 164 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
उल्लेखनीय है कि मसूद मदनी पर बलात्कार के आरोप लगने के बाद हिन्दूवादी संगठनों ने देवबंद में काफी उत्पात मचाया था। इस संगठनों ने अदालत में पेशी के लिए पहुंचे मसूद मदनी पर हमला भी किया था।
इसके अलावा हिंदुत्ववादियों ने पुलिस के साथ भी अभद्रता भरा व्यवहार किया था। इसके लिए कई हिंदुत्ववादियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।