नई दिल्ली: इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर द्वारा विज्ञान भवन में जोर्डन के शाह अब्दुल्लाह सानी इब्न अल हुसैन और उलेमा ए किराम की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर निशाना साधते हुए जमीअत उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि महज़ अच्छे भाषण की नहीं बल्कि अच्छे अमल की ज़रूरत है। क्योंकि इसी से देश के हालात बेहतर होते हैं।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
ऑस्ट्रया की राजधानी वियाना में केसेड के बैनर तले आयोजित तीन दिवसीय अंतर धार्मिक सम्मलेन में शामिल होने के बाद मौलाना अरशद मदनी ने मीडिया से बातचीत की। सम्मेलन के संबंध से जहाँ एक ओर जमीअत के हेडक्वार्टर ने अपना प्रेस रिलीज़ जारी किया वहीं दूसरी ओर मौलाना अरशद मदनी ने खुद इंकलाब ब्योरो से फोन पर खास बातचीत की।
मौलाना मदनी ने कहा कि धर्म के नाम पर किसी भी तरह का हिंसा स्वीकार्य नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि धर्म तो इंसानियत, सहिष्णुता, मोहब्बत और एकजुटता का पैगाम देता है, इसलिए जो लोग उसका इस्तेमाल नफरत और हिंसा बरपा करने के लिए करते हैं वह अपने धर्म के सच्चे माननेवाले नहीं होते और हमें हर स्तर पर ऐसे लोगों की निंदा और विरोध करनी चाहिए।