मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा को हराने का आह्वान किया

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का संकेत दिया है। उन्होंने पार्टी की बैठक के दौरान कहा, ‘साझा दुश्मन, भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने के लिए ऐसा गठबंधन (सपा-बसपा का) जरूरी है। मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दुष्प्रचार से बचने की भी सलाह दी है।

उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन निजी या पार्टी के लाभ के लिए नहीं बल्कि इससे भी बड़े उद्देश्य ‘दुष्ट और आततायी मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए है। मायावती ने प्रधानमंत्री के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के जिक्र को ‘पाखंड और नाटक’ कहा और कहा कि भाजपा और आरएसएस कभी भी अम्बेडकर का ‘समता मुल्क’ भारत नहीं बना सकते क्योंकि उनका विचार बाबासाहेब की सोच के विपरीत है।

उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने सपा के साथ पार्टी के समझौते पर आधिकारिक मुहर लगाई है तब से भाजपा नेता तनाव में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में राजनीतिक उद्देश्य के लिए बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर का नाम इस्तेमाल किया। भाजपा के पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल को उन्होंने नाटक और पाखंड बताया खासकर दलितों के मामले में।

उनके जातिवादी प्रयासों ने समाज को अंधेरे में धकेलने की एक बार फिर कोशिश की है। हैदराबाद का रोहित वेमूला मामला और गुजरात के उना और सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव के दलित उत्पीड़न के मामले में सब स्पष्ट है। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर को पराजित करने के लिए भाजपा ने एक साजिश की और अपनी ताक़त और सरकार के डर का इस्तेमाल किया।