लखनऊ में मांसाहारी होटलों में गोश्त नदारद, मीट कारोबारियों की हड़ताल आन्दोलन में बदल सकती है

लखनऊ: बूचड़खानों पर कार्यवाई के बाद मांस कारोबारियों की हड़ताल से शहर का हाल बेहाल हो गया है। बड़े से बड़े मांसाहारी होटल मालिकों के चेहरे पर परेशानी की सिलवटें साफ़ नज़र आ रही हैं। लखनऊ शहर की बात करें तो अधिकांश मीट की दुकाने बंद हैं।

लखनऊ में एक तरफ जहां खाने-पीने के होटलों पर गोश्त के आईटम नदारद हो चले हैं वहीं दूसरी तरफ शहर के 80 फीसदी दुकानों पर ताले लटक रहे हैं। सुपर मार्केट में कोल्ड स्टोरेज़ मांस मिलना भी बंद हो गया है। बड़े होटलों में गोश्त के आईटम की कीमतें आसमान छू रही हैं। बूचड़खाने बंद होने से बकरे का मांस भी नहीं मिल रहा है। जिनके घर शादियां है उनको समझ में नहीं आ रहा है कि शादी में गोश्त का इंतज़ाम कहां से किया जाए।

गोश्त कारोबारी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की तैयारी में हैं। कारोबारियों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री से आधुनिक स्लाटर हाउस खुलवाने के साथ लाइसेंस जारी करवाने की मांग करेंगे। शहर के मॉल और सुपर मार्केट में फ्रोजन मीट की डिमांड काफी बढ़ गई है जबकि खपत के मुताबिक सप्लाई भी नहीं मिल पा रही है।

कारोबारियों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी समस्याओं की ध्यान नहीं दिया तो उनकी हड़ताल आन्दोलन का रूप ले लेगी।