नई दिल्ली: नर्मदा के डूब प्रभावित गांवों के पुनर्वास को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने अनशन दसवें दिन भी जारी रखा।
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों के लिए उचित पुनर्वास की मांग कर रही मेधा पाटकार की की तबियत खराब होने की खबर भी सामने आई।
उनकी मांग है की सरकार ने पुनर्वास के नाम पर लोगों को टीन के शेड दिए गए है। सरकार को अस्थाई नहीं स्थाई पुनर्वास ही देना होगा।
मेधा ने कहा कि मर जाएंगे लेकिन हम गांव नहीं छोड़ेंगे। गुजरात के सभी तालाब ओवर फ्लो हो रहे हैं, फिर डेम भरने की जल्दी क्या है। मोदी जी की राजनीतिक और शिवराज सिंह की प्रतिष्ठा का प्रश्न बना दिया है। राज्य की तिजोरी खाली हुई है, गांव खाली नहीं हुए हैं और गांव खाली नहीं होंगे।
इस दौरान उन्हें मनाने के लिए भय्यू महाराज और इंदौर कमिश्नर संजय दुबे चिखल्दा पहुंचे। उन्होंने मेधा पाटकर और डूब प्रभावितों से संवाद किया।