लखनऊ: अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों की सरकार पत्रकारों की मेहनत को समझती है और उनकी हर संभव सहायता करना चाहती है, लेकिन बदले में उनसे सिर्फ यही चाहती है कि मीडिया भी अपनी हद में रहे| विश्वेश्वरैया प्रेक्षाग्रह में ‘कन्फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर एंड न्यूज एजेंसी इम्प्लाइज आर्गेनाइजेशन’ के सम्मलेन में अखिलेश ने कहा, “एक अखबार में मुझे औरंगजेब बताया गया, जबकि मैंने तो तलवार नहीं निकाली थी| जब तलवार ही नहीं निकाली तो फिर मुझे औरंगजेब क्यों कहा गया?”
मीडिया को उसकी हदों का अहसास कराते हुए अखिलेश ने कहा, आप हमारी हदों को नहीं जानते, हमारी पहुंच एक वक्त में पैंतीस लाख लोगों तक रहती है| हम सोशल मीडिया पर भी बहुत सक्रिय रहते हैं, जो साथी ट्विटर पर हैं वह मेरी सक्रियता को अच्छी तरह जानते हैं| सोचिए, अगर मैंने कुछ शुरू कर दिया तो आप क्या करोगे? आप अपनी हदें तय नहीं करेंगें तो मुझे खुद मीडिया में आना पड़ेगा|
अखिलेश ने आगे कहा, “मैं चाहता तो बतौर टीपू भी तलवार निकाल सकता था, लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया| पिछले दिनों उत्तर प्रदेश समाजवादियों की वजह से बहुत चर्चा में रहा| चर्चा इतनी रही कि दूसरी पार्टियों को एक लाइन की कवरेज नहीं मिली|”