बिहार के मुजफ्फरनगर के एक शेल्टर होम में रह रहीं 44 लड़कियों से बलात्कार का मामला सामने आने से सूबे सहित पूरे देश में गुस्से का माहौल है। बिहार पुलिस के डीजीपी केएस द्विवेदी ने मंगलवार को बताया कि 44 लड़कियों में से 42 की मेडिकल जांच कराई गई जबकि दो लड़कियां बीमार थीं।
मेडिकल रिपोर्ट में 29 लड़िकयों के साथ यौन संपर्क किए जाने की बात सामने आई है। इस मामले के 11 आरोपियों में से 10 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
42 out of 44 girls living there underwent medical examinations, two were ill. Medical reports of 29 out of 42 girls indicated sexual contact. Police have arrested 10 out of 11 accused: #Bihar DGP KS Dwivedi on Muzaffarpur shelter home rape case. pic.twitter.com/ppMrvx5DB3
— ANI (@ANI) July 24, 2018
डीजीपी द्विवेदी ने आगे बताया, ’15 दिसंबर 2013 से ही चार लड़कियां शेल्टर होम से गायब थीं। तीन लड़कियों के मौत की बात सामने आई और दो हॉस्पिटल में हैं। हमने जब रेकॉर्ड चेक किए तो पता चला कि सिर्फ एक लड़की गायब है। जांच में यह बात पता चली कि लड़की की शादी मुजफ्फरपुर में हो गई है।’
इसी साल मई में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सोशल ऑडिट के दौरान मामले का खुलासा हुआ था। इसके बाद पुलिस की जांच में यह सामने आया था कि शेल्टर होम से छह लड़कियां गायब हुई हैं। पुलिस पूछताछ में पीड़िताओं ने यह जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच ये लड़कियां गायब हुई हैं। इसके बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज की। मामले में दस लोगों की गिरफ्तारी हुई।
सोशल ऑडिट में यह सामने आया था कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच शेल्टर होम से 6 लड़कियां गायब हुई हैं। हालांकि, इन लड़कियों के गायब होने का कोई पुलिस रेकॉर्ड नहीं है। वहीं, शेल्टर होम के रिकॉर्ड में प्रबंधन ने इन लड़कियों को भगोड़ा बताया है।