मिलिए 10 साल के पाकिस्तानी प्रोफेसर हम्माद सफी से

पेशावर। पांचवीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले हम्माद सफी सबसे कम उम्र के शिक्षक, फ्रीलांसर, वक्ता, टीवी एंकर और लेखक हैं। 10 साल की उम्र में वह एक निजी अंग्रेजी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं जो अपनी आयु से दोगुनी उम्र के छात्रों को शिक्षा देते हैं।

अपने शिक्षकों के मुताबिक हम्माद में ‘आई कैन डू’ रवैया है और एक ही रुचि के साथ कई चीजें हैं। यह बहु-प्रतिभाशाली बच्चा जो अल्लम्मा इकबाल से प्रेरित है, प्रौद्योगिकी और डेटा के क्षेत्र में भी काम करता है।

हम्माद का मानना ​​है कि जब तक शिक्षा के नवीनतम मानकों को पूरा नहीं किया जाता तब तक क्रांति लाने की संभावना नहीं होती है। अगर हमारी पूरी प्रणाली का पुनर्गठन किया जाता है जिसमें शिक्षण कंप्यूटर कौशल अनिवार्य है।

हम्मा को उद्धृत करते हुए एआरवाई न्यूज़ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, ‘मैं इस संदेश को दुनिया को बताना चाहता हूं कि हम आतंकवादी नहीं हैं और मैं इसका सबूत हूं। हमारे देश में प्रतिभा है, हमारे पास सब कुछ है, हमें केवल कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।