देश पर राज करने वालीं दुनिया की इन 7 मुस्लिम महिलाओं के बारे में आपको ज़रूर जानना चाहिए

दुनिया के कई मुस्लिम बहुल मुल्कों में महिलाओं ने कभी प्रधानमंत्री तो कभी राष्ट्रपति की गद्दी संभाल कर देशो पर राज किया है। वहीँ कई जगह आज भी देश की शासन व्यवस्था महिलाओं के हाथ में है।
दुनिया के तमाम देश हैं जो खुद को आधुनिक बताने के साथ साथ महिलाओं की बराबरी की बात करते हैं। लेकिन अगर बात महिलाओं की समाज और राजनीति में हिस्सेदारी की करें तो ये देश मुँह की खाते नज़र आते हैं।
इसी तरह के देश यूनिट्स स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में कभी कोई महिला राष्ट्रपति नहीं रही वो तो छोड़ ही दो, इसी के साथ अमेरिका में महिलाओं का योगदान प्रशासन और सरकार में भी कम ही नज़र आता है।
यूएस की कुल आबादी में महिलाएं 51 प्रतिशत हैं लेकिन फिर भी हैरत की बात है कि यूएस कांग्रेस में सिर्फ 20% महिलाओं मौजूद हैं। जबकि मुस्लिम देशों में यूएस का मुक़ाबले ज़्यादा महिलाएं राष्ट्रपति रहीं हैं। जब बात महिलाओं के राजनीती में योगदान की आती है तो यूएस को मुस्लिम देशो से कुछ सबक लेना चाहिए।
बहरहाल, आइए आज आपको रुबरु कराते हैं ऐसी मुस्लिम महिलाओं से जो अपने-अपने देश की बागडौर संभल चुकी हैं या संभाल रही हैं।
बेनज़ीर भुट्टो मुस्लिम बहुल देश की पहली महिला नेता थीं। भुट्टो 1988 से 1990 तक उसके बाद 1993 से 1996 तक पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रहीं। बेहाल वे बुद्धिमान रहीं भुट्टों ने और हार्वर्ड, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने अपनी तालीम हासिल की।
ख़ालिद ज़िया 1991 से 1996 तक और 2001 से 2006 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं। 1991 में जब ज़िया ने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला तब वे अपने देश के इतिहास की पहली महिला और मुस्लिम बहुल देशो की दूसरी महिला थीं।
शेख हसीना बांग्लादेश की हाल की प्रधानमंत्री हैं और वे 2009 से बांग्लादेश की सत्ता पर क़ाबिज़ हैं। 
तंसु सिल्लर 1993 से 1996 तक तुर्की की प्रधानमंत्री रहीं। सिल्लर का जन्म 1946 में इस्तांबुल में हुआ था। उन्होंने ग्रेजुएशन तुर्की के रोबर्ट कॉलेज के स्कुल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से किया और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कनेक्टिकट से पीएचडी की डिग्री हासिल की।
अमिनता तोरे सितम्बर 2013 से जुलाई 2014 तक सेनेगल की प्रधानमंत्री रहीं। तोरे ममे मडीओर बोये के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री रहीं।
मेगावती सुकर्णोपुत्री 2001 से 2004 तक इंडोनेशिया की राष्ट्रपति रहीं। मेगावती हाल में इंडोनेशिया की डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ स्ट्रगल की नेता हैं। 
अतीफेटे जहजाग 2011 से अब तक कोसवो की राष्ट्रपति हैं।
ये स्टोरी mvslim.com से ली गयी गई। जिसको सियासत के लिए सदफ़ खान द्वारा हिंदी में अनुवाद किया गया है.