रानी पद्मावती, राणा रतन सिंह और अल्लाउद्दीन खिलजी की कहानी इस समय मीडिया में चर्चा में है क्योंकि फिल्मकार संजय लीला भंसाली की इस पर बनायी फिल्म लेकर विवाद हो रहा है।
आम लोगों के साथ ही केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक तक इस विवाद में कूदे हुए हैं। लेकिन बहुत लोगों को शायद ही ये पता हो कि अब से करीब तीन दशक पहले भी ये कहानी बहुत पर्दे पर उतारी जा चुकी है। उसका निर्देशन भी एक जाने-माने निर्देशक ने किया था और राणा रतन सिंह और अल्लाउद्दीन खिलजी की भूमिका रंगमंच, टीवी और फिल्मी जगत के दो मशहूर अभिनेताओं ने निभायी थी।
भारत एक खोज धारावाहिक की जिसमें दिल्ली सल्तनत और पद्मावत पर विशेष एपीसोड प्रसारित बनाये गये थे। ये धारावाहिक भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की किताब “डिस्कवरी ऑफ इंडिया” पर आधारित है। इसका निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया। धारावाहिक में खिलजी की भूमिका अभिनेता ओम पुरी ने निभायी थी और राणा रतन की की भूमिका अभिनेता राजेंद्र गुप्ता ने निभायी थी।
इस धारावाहिक में दिखाया गया था कि जब रतन सिंह से नाराज उनका तांत्रिक खिलजी के पास पहुंचकर पद्मावती को पाने के लिए मेवाड़ पर हमले की सलाह देता है तो खिलजी कहता है कि उसके हरम में 1600 पत्नियां हैं और सभी एक से बढ़कर एक खूबसूरत हैं तो वो पद्मावती के लिए इतना जोखिम क्यों ले। खिलजी के पद्मावती में कोई रुचि न दिखाने पर तांत्रिक उसे राणा रतन सिंह के पास मौजूद पांच विलक्षण चीजों के बारे में बताता है। तांत्रिक खिलजी को सलाह देता है कि वो रतन सिंह से उन्हें पद्मावती को सौंपने के लिए कहे जिससे वो निश्चय ही मान कर देगा फिर खिलजी इसी बहाने मेवाड़ पर हमला कर दे और उन सभी बेशकीमतों चीजों पर कब्जा कर ले।
भंसाली की फिल्म के कंटेट को लेकर काफी विवाद है। फिल्म अभी रीलीज नहीं हुई है, केवल उसका ट्रेलर आया है। ऐसे में उसे लेकर कोई कमेंट करना अक्लमंदी नहीं है। भंसाली अपने बड़े और बहुरंगी प्रोड्कशन के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में पद्मावती पर बनायी उनकी फिल्म भी भव्यता लिए हुए है।
