सेना के कुछ जवानों की हरकत अमन की कोशिशों पर पानी फेर रही है: महबूबा मुफ्ती

कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के बीच सूबे की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दिल्ली में आर्मी चीफ बिपिन रावत से मिलीं। मुलाकात के दौरान मुफ्ती ने नौजवानों पर ज्यादती करने वाले जवानों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

महबूबा मुफ्ती प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलना चाह रही थीं लेकिन मोदी भुवनेश्वर में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में थे इसलिए मुलाकात नहीं हो सकी।

खबरों के मुताबिक महबूबा मुफ्ती ने बिपिन रावत से कहा कि सेना के कुछ जवानों की हरकत घाटी में अमन की सालों की कोशिशों पर पानी फेर रही है।

दोषी जवानों और अफसरों के खिलाफ फौरन कार्रवाई की जरूरत पर जोर देते हुए महबूबा ने रावत को बताया कि ज्यादती की खबरों के नतीजे सिर्फ राज्य को नहीं भुगतने पड़ रहे बल्कि इनसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि पर असर पड़ रहा है।

महबूबा का कहना था कि एक नौजवान को सेना की जीप से बांधकर घुमाने का वीडियो सामने आने के बाद कश्मीर के लोगों में गुस्सा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सेना इससे हुए नुकसान की भरपाई जल्द ही करेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महबूबा ने कहा, ‘डंडे से कुछ नहीं निकलेगा। अब तक जो हुआ सो हुआ, अब इसे दोहराया नहीं जाना चाहिए।’