जम्मू-कश्मीर की संस्कृति को उर्दू में नहीं दिखाने पर महबूबा मुफ़्ती ने आपत्ति जताई

श्रीनगर। राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को देश के 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित हुए समारोह में जम्मू कश्मीर की झांकी पर राज्य की आधिकारिक भाषा ‘उर्दू’ में नाम नहीं लिखने पर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने आपत्ति जताई है।

गौरतलब है कि सोशल मिडिया पर लोग झांकी पर उर्दू की गैर मौजूदगी के लिए राज्य की पीडीपी-भाजपा गठ्बंधित सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

इस खबर को एक वरिष्ठ कश्मीरी पत्रकार ने सामने लाते हुए अपने फेसबुक अकाउंट पर झांकी की तस्वीर अपलोड करते हुए लिखा कि हमें हिंदी भाषा से भी मोहब्बत है लेकिन इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में जम्मू कश्मीर की झांकी से ‘उर्दू’ भाषा गायब क्यों है?