मेरठ में मुस्लिम भाईचारा कमिटी रमजान के पाक महीने में हर रोज जरूरतमंद और मुसाफिरों को इफ्तारी कराती है।
मेरठ रोड पर स्थित मस्जिद में अजान के वक़्त सैकड़ों लोग नमाज अदा करते हैं और एक साथ रोजा खोलते हैं।
घर से बाहर रोजा खोलने के लिए न सिर्फ जगह बल्कि इफ्तारी के लिए खाने का सामान भी मुस्लिम भाईचारा कमिटी मुहैय्या कराती है।
रमजान के महीने में 30 रोजों तक हर रोज लोग यहाँ पर इक्क्ठे होते हैं। अल्लाह की इबादत कर के सभी एक साथ रोजा खोलते हैं।
रमजान में काम की वजह से कुछ रोजेदार ऐसे भी होते हैं जो इफ्तारी के समय घर से दूर होते हैं।
ऐसे में हाजी इस्लाम अली पिछले तीन साल से इफ्तारी का आयोजन कर रहे हैं। इस नेक काम की शुरुआत में वह सिर्फ कुछ ही रोजों में इफ्तारी का आयोजन करते थे।
उस वक़्त कुछ जरूरतमंद लोग इसमें शामिल होने लगे। जिसके बाद उन्होंने अपने साथ कुछ और लोग उनके साथ जुड़ गए।
हाजी इस्लाम इफ्तार का सारा इंतज़ाम खुद ही करते हैं, हालांकि कमिटी में शामिल नौशाद मंसूरी, अखलाक सैफी, वसीम अली, शहनवाज, राशिद सैफी व कल्लू भी अपनी मर्जी के अनुसार इस पार्टी में शेयर देते हैं।कमेटी हर रोज 100-150 लोगों की इफ्तारी का इंतज़ाम करते हैं। इफ्तारी में प्रॉपर फूड शामिल होता है।
यहां खजूर से लोग रोजा खोलते हैं। जिसके बाद रोजेदारों को फल और शर्बत के साथ अन्य खाने वाली चीज़ें दी जाती है।
हाजी इस्लाम और उनके साथी कहते हैं कि हम पैसा कमाने और अपनी जिंदगी संवारने में 11 महीने लगा देते हैं।
अल्लाह ने हमें रमजान के रूप में शवाब कमाने के लिए सिर्फ एक महीना दिया है। इस महीने में किए गए हर अच्छे काम का 70 गुना शवाब मिलता है। इसलिए इसे जाया नहीं करना चाहिए।