आगरा- उत्तरप्रदेश में अपराधियों पर लगाम कसने में योगी सरकार के पसीने छूट रहे हैं। आम नागरिक ही नहीं अब सरकारी कर्मचारी भी सुरक्षित नही हैं । ताज़ा मामला है चंबल इलाके का। जहां खनन माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर हमला बोल दिया और ऊंटों को छुड़ा ले गए। इस मामले को लेकर वन विभाग ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अवैध खनन माफिया वन विभाग पर हावी हो रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी ने पिनाहट क्षेत्र में वार्डन चम्बल सेन्चुरी के नेतृत्व में बडी संख्या में खनन माफियाओं को पकडने के लिए टीम भेजी गई है। वन विभाग की टीम के कारण खनन माकियाओं में हडकम्प मच गया है।
वन रक्षक हाकिम सिंह और नंदराम सहित वन विभाग की टीम चम्बल पहुंची तो विप्रावली के बीहड़ में करीब दो दर्जन ऊंट वाले बालू खनन कर रहे थे । जैसे ही टीम ने रोकने का प्रयास किया, तो भारी संख्या में खनन माकिया टीम पर दौड़ पडे। हाथापाई करने लगे। हाथापाई कर अपने ऊंटों को छुडाकर बीहड़ में गायब हो गए।
वन विभाग ने खनन माफिया प्रेम सिंह, शिव सिंह, अनूप सिंह, टुण्डे सिंह, शैलेन्द्र, जुगनू सिंह, बन्दे सिंह, छोटे सिंह, नीटू सिंह, कोदल सिंह, निवासीगण बीच का पुरा, लला, धर्मवीर, धर्मेन्द्र, आशाजीत निवासीगण पडुआपुरा, निरंजन, ब्रजेश, ब्रज किशोर, बन्टू निवासीगण देवगण के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना पिनाहट में तहरीर दी।
पुलिस ने वन विभाग की तहरीर पर खनन माफियाओं के खिलाफ थाना पिनाहट में मुकदमा दर्ज कर लिया है।