एक बार फिर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी विवादों में है । मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बाद कपड़ा मंत्रालय में भी स्मृति ईरानी की अधिकारियों के साथ खटपट की खबरें आ रही हैं । खबरों के मुताबिक सचिव व सीनियर आईएएस रश्मि वर्मा से ईरानी की तकरार हो गई है। जिसकी शिकायत रश्मि वर्मा ने अपने करीबी केंद्रीय सचिव से लेकर पीएम मोदी तक कर दी है।
खबरों के मुताबिक रश्मि वर्मा ने वरिष्ठों को कह दिया है कि स्मृति का यही रवैया रहा तो वे उनके साथ काम नहीं कर पाएंगी । विवाद की वजह लाखों रुपये कीमत की साड़ियों के भुगतान को माना जा रहा है ।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो एक दिन केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी मंत्रालय के अधीन संचालित कॉटेज इंडस्ट्री का मुआयना करने गईं। यहां उन्हें कुछ महंगी साड़ियां भा गईं तो उन्होंने पैक करा लिया। वहीं एक गणेश भगवान की मूर्ति भी थी। इन सब की कीमत करीब आठ लाख रुपये बताई जाती है । यह भी स्मृति ईरानी ने आर्डर किया । इसके बाद उनके निजी स्टाफ ने बिल लेकर भुगतान के लिए कपड़ा मंत्रालय की सेक्रेटरी के पास भेजा।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जब बिल कपड़ा मंत्रालय की सचिव रश्मि वर्मा के पास पहुंचा तो उन्होंने साड़ियों की कीमत का भुगतान करने से मना कर दिया। तर्क दिया कि मंत्री ने निजी इस्तेमाल के लिए साड़ियां खरीदी हैं तो उसका सरकारी खर्च में समायोज नहीं हो सकता।
मंत्री स्मृति ईरानी को जब इस बात का पता चला तो वो नाराज़ हो गईं । उन्होंने सचिव से कहा कि महकमे के मंत्री को अपने अधीन चल रहे संस्थान का बना कपड़ा पहनने का अधिकार है। इसके भुगतान में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
सचिव रश्मि वर्मा मौजूदा केंद्रीय सचिव की करीबी बताई जाती हैं। जिस पर उन्होंने मंत्री के साथ हुई कहासुनी को केंद्रीय सचिव से बताया। इसके बाद शिकायत पीएमओ तक भी भेजवा दी है। हालांकि स्मृति ईरानी के करीबियों का कहना है कि ये बाते बेबुनियाद हैं । स्मृति ईरानी का किसी अफ़सर से कोई विवाद नहीं हुआ है । लेकिन कुछ लोग स्मृति तो पसंद नहीं करते हैं इसलिए इस तरह की अफ़वाहें उड़ा रहे हैं ।