गृह मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट में रोशनी से जगमगाती स्पेन-मोरक्को की सरहद को हिन्द-पाक की सरहद के रूप में दिखाए जाने से हंगामा मच गया है।
खबर के मुताबिक़, मंत्रालय की साल 2016-17 की सालाना रिपोर्ट में हिंदुस्तान और पाकिस्तान की सरहद पर फ्लड लाईट लागाये जाने की बात की है। 647 किलोमीटर लंबी सरहद पर फ्लड लाइट लगाने का जिक्र करते हुए इसे मोदी सरकार की तीन वर्षीय उपलब्धियों में शुमार किया गया है।
रिपोर्ट में रोशनी में डूबी हुई सरहद की तस्वीर भी लगाई गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार जो तस्वीर हिंदुस्तान-पाकिस्तान की सरहद के रूप में पेश किया गया है वह दरअसल स्पेन और मोरक्को की सरहद है, जिसकी तस्वीरें 2006 में स्पेन के फोटोग्राफर ने खींचा था।
सूत्रों के मुताबिक यह मामला सामने आने के बाद गृह सचिव राजीव महर्षि ने उस पर अपने विभाग से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा है कि इसकी जांच की जाएगी और अगर गलती हुई है तो यह अफसोस की बात है।
बता दें कि राजनाथ सिंह द्वारा हाल ही में गृह मंत्रालय ने तीन साल की उपलब्धियों की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार ने भारत और पाकिस्तान के बीच 647 किलोमीटर लंबी सरहद पर तेज रोशनी की व्यवस्था की है।