भारत-पाकिस्तान संबंधों पर इमरान खान की रिवर्स स्विंग

पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने कहा कि क्षेत्र की खुशहाली के लिए जरूरी है कि भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती हो। अगर हम क्षेत्र में गरीबी कम करना चाहते हैं तो हमें एक दूसरे से कारोबार बढ़ाना होगा। चुनाव में इमरान खान की पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर विजयी हुई है।

इमरान खान भारत और पीएम मोदी का विरोध करके ही सत्ता हासिल करने जा रहे हैं। इमरान चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी को नवाज शरीफ का दोस्‍त बताकर उन पर हमले बोलते थे। हालांकि अब इमरान ने भारत के साथ दोस्ती की बात कही है।

इमरान ने दूसरे पाक नेताओं की तरह कश्मीर राग भी अलापा। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक सबसे बड़ा मुद्दा है। इमरान ने कहा कि पिछले 30 वर्षों में कश्मीरियों ने काफी कुछ सहा है इसलिए हमें (भारत और पाक को) टेबल पर बैठकर मसलों को सुलझाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत अगर एक कदम आगे बढ़ता है तो हम दो कदम बढ़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अब मुझे मौका मिला है कि मैं वो काम करूं जो मैं 22 साल पहले करने निकला था। इमरान खान ने पाकिस्तान की वाम को यह भी बताया कि वह किस तरह का पाकिस्तान बनाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि वह ऐसी रियासत चाहते हैं जहां गरीब यहां तक कि कुत्ते भी भूखे न मरें। उन्होंने आगे कहा कि मजदूर, गरीब किसान और कमजोर तबके के लिए नीतियां बनेंगी। उन्होंने कहा कि पैसे वालों से पैसा लेकर गरीबों पर खर्च करने के सिद्धांत पर काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह पहली सरकार होगी जो किसी के खिलाफ भी राजनीतिक कार्रवाई नहीं करेगी। दूसरे मुल्क के तौर पर इमरान ने अफगानिस्तान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों ने दुनिया में सबसे ज्यादा तकलीफ उठाई है।

अफगानिस्तान में अमन होगा तो पाक में भी शांति होगी। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि ऐसे संबंध हों कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच खुली सीमा हो। उन्होंने आगे कहा कि हम अमेरिका के साथ ऐसे संबंध चाहते हैं जिससे दोनों देशों को लाभ हो। अब तक संबंधों में संतुलन नहीं रहा है।

इमरान ने चौथे नंबर पर ईरान और पांचवें देश के तौर पर सऊदी अरब के साथ संबंधों को बढ़ाने का संकल्प लिया।