UP: सत्ता के नशे में चूर भाजपा विधायक के गुंडों ने डॉक्टर और सिपाही को बेरहमी से पीटा

उत्तरप्रदेश में सत्ता में आते ही बीजेपी विधायक और कार्यकर्ता सत्ता के नशे में चूर है । सत्ता की खुमारी का एक और नमूना देखने को मिला लंभुआ ज़िला अस्पताल के बाहर । बीजेपी के दंबग विधायक देवमणि द्विवेदी के गुर्गों ने जिला अस्पताल में जमकर गुंडई की । बीजेपी विधायक को गुर्गों ने डॉक्टरों व सिपाहियों के साथ अभद्रता की और मारपीट भी की । इस घटना से डॉक्टरों में भारी गुस्सा है ।

लंभुआ बीजेपी विधायक देवमणि दिवेदी सोमवार दोपहर करीब 1 बजे अपने लाव लश्कर के साथ जिला अस्पताल में अपने सहयोगी भीम सिंह को देखने गए थे। इसी दौरान इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर से इलाज को लेकर कुछ कहा सुनी होने लगी, तभी विधायक के साथ आए लोगों ने डॉक्टर से मारपीट शुरु कर दी ।

डॉक्टर को पिटता देख बीच बचाव करने आए फॉर्मासिस्ट को भी विधायक के गुर्गों ने जमकर पीटा । सूचना पाते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और चार लोगों को कोतवाली ले आई। इसके बाद विधायक भी अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। इसी दौरान भीड़ का फायदा उठाकर पकड़े गए युवक भाग निकले। लेकिन उल्टे विधायक इस घटना के लिए ज़िला अस्पताल को दोषी ठहरा रहे हैं।

विधायक के समर्थकों ने थाने में ही एक सिपाही की पिटाई भी कर दी । दरसअल जब पूरा मामला चल रहा था, तभी नगर कोतवाली का सिपाही कुछ नाबालिग मुल्जिम का मेडिकल करवाने पहुंचा था । डॉक्टरों की पिटाई होते देख उसने बीच बचाव की कोशिश की तो विधायक समर्थकों ने उसकी भी पिटाई कर दी।

उस समय सिपाही सादी वर्दी में था तो लोग समझ नहीं पाए, लेकिन विधायक को जब लगा कि पीटा जाने वाला शख्स सिपाही है तो विधायक कोतवाली में उसी को सस्पेंड करने की मांग करने लगे और तर्क देने लगे कि सिपाही ने उनके साथ धक्का-मुक्की की है।

बहरहाल मौके पर प्रभारी पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी ने पहुंचकर मामले में दोनों पक्षों की बात सुन विधिक कार्रवाई की बात कही है। विधायक और उनके समर्थकों द्वारा की गई मारपीट से जिला अस्पताल के डॉक्टर काफी नाराज हैं। इन्होंने अस्पताल की सेवाओं को ठप कर दिया है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि मारपीट करने वाले लोगों पर कार्रवाई नहीं तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा।